छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम का हो रहा विद्रूपीकरण बंद करें – प्रा. माधुरी उके

लोकदर्शन गडचांदूर…👉अशोककुमार भगत

स्थानीय डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर भवन में 19 फरवरी को शाम 7:30 बजे भारतीय बौद्ध महासभा शाखा गडचांदूर द्वारा माता भीमाई रामजी आंबेडकर और छत्रपति शिवाजी महाराज की संयुक्त जयंती का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता मान. श्रावणजी जीवणे (बौद्धाचार्य, भारतीय बौद्ध महासभा, तालुका कोरपना) ने की। प्रमुख अतिथियों में प्रा. माधुरीताई उके, डॉ. प्रवीण येरमे (चिकित्सा अधिकारी, ग्रामीण अस्पताल, गडचांदूर), मान. दिव्यकुमार बोरकर (जिला संयोजक, वंचित बहुजन आघाड़ी), मान. के.एन. सोंडवले (वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता), मान. मधुकर चुनारकर (वंचित बहुजन आघाड़ी), मान. उत्तमजी पारेकर (बौद्धाचार्य, भारतीय बौद्ध महासभा), मान. रत्नमाला वाघमारे, मान. कविकर निरंजने, मान. पंचमदास वाघमारे उपस्थित थे।

कार्यक्रम में माता भीमाई रामजी आंबेडकर और छत्रपति शिवाजी महाराज के कार्यों पर प्रकाश डाला गया। प्रा. माधुरीताई उके ने अपने भाषण में छत्रपति शिवाजी महाराज के महिलाओं के प्रति सम्मानजनक व्यवहार और उनके सच्चे इतिहास को छुपाने की साजिश पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि “कुछ मनुवादी विचारधारा के लोग टीवी, सिनेमा और पुस्तकों के माध्यम से गलत प्रचार कर रहे हैं। छत्रपति शिवाजी महाराज के नाम पर किया जा रहा विद्रूपीकरण बंद करने की जरूरत है।”

इसके बाद सम्मान समारोह में डॉ. प्रवीण येरमे (चिकित्सा अधिकारी, ग्रामीण अस्पताल, गडचांदूर) और सामाजिक कार्यकर्ता मान. रत्नमाला वाघमारे को सम्मानित किया गया।

कार्यक्रम का संचालन मान. राहुल निरंजने ने किया, प्रस्तावना मान. आशाताई सोंडवले ने रखी और आभार प्रदर्शन मान. शिला राहुल निरंजने ने किया।

इस कार्यक्रम को सफल बनाने में मान. वर्षा निरंजने, सुजाता वाघमारे, नीलाबाई निरंजने, शिला आशील निरंजने, सविता वाघमारे, संगीता गावंडे, वनिता रामटेके, सुनीता वाघमारे, आम्रपाली कठाने, छकुली वनकर, रीमा खैरे, मंगला ताकसांडे, भारत ताकसांडे, राजू वाघमारे, शुद्धधन खैरे आदि ने सहयोग किया।

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