By : Rajendra Mardane
वरोरा : शहर के सकल मुस्लिम समुदाय द्वारा भाईचारे का पैगाम देनेवाले त्यौहार ईद ए- मिलाद- उन- नबी सोमवार को सौहार्दपुर्ण माहौल में धुमधाम से मनाया गया. इस अवसर पर नगर के मुख्य मार्ग से मुस्लिम समुदाय के लोगों ने विशाल शोभायात्रा जुलूस निकाला. जिसमें झांकिया आकर्षक का केंद्र रही. शहर में लगाये गये हरे परचम, हाथों में इस्लामिक झंडे लिये बडे और खासकर छोटे छोटे बच्चे जुलूस की शोभा बढा रहे थे. जुलूस का शहर में जगह जगह पर फुलों की वर्षा कर भव्य स्वागत किया गया.
दुनिया को अमन शांती का पैगाम देनेवाले पैगंबर मोहम्मद साहब का जन्मदिन ईद – ए – मिलाद – उन – नबी के रुप में मनाया जाता है. वरोरा सकल मुस्लिम समाज द्वारा प्रतिवर्ष की इस वर्ष भी भव्य जुलूस निकाल कर ईद – ए – मिलाद- उन- नबी का जश्न हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. झा़कियों के साथ शहर की गलिया चमक उठी.
शहर के मालवीय वार्ड, मौलाना आझाद वार्ड, कॉलरी वार्ड, कासम पंजा, काजी मोहल्ला परिसर से लोग डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर चौक के जहिरुद्दीन चिश्ती दरगाह परिसर में इकठठा् हुये , तदपश्चात यही से जुलूस का प्रारंभ होकर सदभावना चौक, माढेली नाका परिसर, जय भारतीय चौक, डोंगरवार चौक, मित्र चौक,आझाद वार्ड, कॉलरी वार्ड, यात्रा वार्ड साप्ताहिक मंडी, नेहरू चौक होकर जहिरुद्दीन चिश्ती दरगाह परिसर में पहुंचा. जहाँ जुलूस का समापन हुवा. जुलूस के दौरान पैगंबर मोहम्मद साहब की स्तुति में धार्मिक गीत गायन के साथ नारे बुलंद किये गये, इस मौके के मद्देनजर शहर में विभिन्न राजकीय संगठनो और संस्थांओं द्वारा चौक – चौक पर पंडाल लगा कर जुलूस का स्वागत किया. पार्टी के पदाधिकारी व सामाजिक कार्यकर्ताओं ने जुलूस में शामिल हुये बुढे, बच्चे से लेकर युवाओं का भव्य स्वागत कर उन्हे ईद -ए- मिलाद – उन- नबी की मुबारक बाद दी. राजकीय, सामाजिक संगठनो द्वारा शरबत, मिठाई, और लंगर बाटा गया. इस दौरान बडी संख्या में समाज के लोग मौजूद थे.
त्यौहार के दौरान शांती व्यवस्था बनाये रखने के लिये पुलिस प्रशासन की टिमे तैनात थी.
कार्यक्रम को सफल बनाने में शाहीद अख्तर,राहील पटेल, छोटुभाई शेख, अयुब खान, मोहम्मद शेख, मोहसीन रजा, शब्बीर शेख अनीस खान, जावेद भाई, शफी शेख, आसिफ भाई, फारुख शहा, अशफाक शेख, जमील शेख, शाहिद काजी, मुज्जमिल शेख, शेख इमरान, मोहसीन पठाण, काजी मोहल्ला कमिटी, मौलाना आझाद वार्ड कमेटी, कासमपंजा कमेटी कालरी वार्ड, मालवीय वार्ड कमेटी, मुस्लिम संगठन आदि के पदाधिकारी, सदस्योंका अहम योगदान रहा.